नमस्ते दोस्तों। केमिकल की इस दुनिया में कुछ भी शुद्ध नहीं रहा। ऐसे में बालों की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शैम्पू भी मिलावटी होते हैं। कई बार इनके इस्तेमाल से हमारे बाल खराब भी होने लगते हैं। इसलिए आज हम आपको हर्बल शैम्पू घर पर बनाना सिखाएंगे।
इस शैम्पू को हम गुड़हल (Hibiscus) के फूलों से बनाने वाले हैं। ये लाल रंग के होते हैं। इन्हें गुड़हल, China Rose, जपाकुसुम भी कहते हैं। इस फूल का इस्तेमाल बालों का घनापन बढ़ाने के लिए किया जाता है।
आज हम आपको काफी प्रभावी शैम्पू की विधि बताएंगे। इसके लगातार इस्तेमाल करने से बाल चमकदार और मुलायम बनेंगे। साथ ही बालों के बढ़ने में भी तेजी आएगी। काले, घने, स्वस्थ बालों के लिए चलिए बनाते हैं हर्बल शैम्पू।
शैम्पू बनाने के लिए मुख्या सामग्री:
- शिकाकाई
- रीठा
- आमला
- लाल हिबिस्कुस
- रोज़मेरी आवश्यक तेल
सामग्री पर विवरण:
- सबसे पहले 100 ग्राम शिकाकाई लीजिए। इस में अनगिनत बालों को बढ़ाने के गुण रहते हैं। ये बालों के लिए चमत्कारी रूप से काम करता है और बहुत ही जल्दी उन्हें बढ़ने में मदद करता है। शैम्पू बनाने के लिए साबुत शिकाकाई या शिकाकाई का पाउडर भी ले सकते हैं। ध्यान रहे, पाउडर हमेशा बिना मिलावट का और शुद्ध होना चाहिए।
- फिर 100 ग्राम रीठा लीजिए। शैम्पू में रीठा का इस्तेमाल लाज़मी है। ये बालों की गहरी सफाई (Deep Cleansing) करता है वो भी बिना प्राकृतिक तेल को नष्ट किए।
- बाद में 100 ग्राम आमला लें। आमला आपके बालों के रंग को बरकरार रखता है। साथ ही असमय सफ़ेद होने से रोकता है। आमला, रासायनिक उपचार द्वारा पहुँचे हुए नष्ट से बालों को उबार कर उनकी चमक को वापस लाता है।
- अब हमारे शैम्पू का सबसे जरूरी सामग्री लेना वो है लाल गुड़हल (red hibiscus) के फूल। १० से १२ लाल हिबिस्कुस के फूल लेने हैं। इसी फूल की हरी पत्तियों और पंखुड़ियों का इस्तेमाल दक्षिण भारत में बालों का कंडीशनर बनाने में होता है। अगर आपके पास ये भी मौजूद न हो तो आप इनका पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अब एक ऐसी चीज लेने वाले हैं जो इस शैम्पू को एकदम Branded Shampoo के जैसा बना देगा। इसके अलावा अगर आपके बालों में खुजली, जूँ, रूसी वगैरह की समस्या हो तो इसे जरूर इस्तेमाल कीजिये। इस इंग्रेडिएंट का नाम है रोज़मेरी एसेंशियल तेल (रोजमेरी एसेंशियल oil)। रोज़मेरीएक खास पौधा है जो शैम्पू हेयर आयल हेयर मास्क वगैरह बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके सारे गुण रोजमेरी एसेंशियल आयल में मौजूद होते हैं।
विधि:
- आमला, शिकाकाई, और रीठा को 8 घंटों तक पानी में भिगो कर रखिए। इससे वे मुलायम हो जाएंगे।
- एक मोटे तले की कढाई लीजिए। उसमें भीगे हुए आमला, रीठा और शिकाकाई को डालकर धीमी आंच पर पकाएं। पानी की मात्रा कम लगे तो शुरुआत में डाल लीजिए। साथ ही हमें 10-12 लाल हिबिस्कुस के फूलों को भी इसी में डाल लेना है। इन सभी के गुण और फूलों का सत्व इस पानी में मिल जाने के लिए इस मिश्रण को 15 मिनट तक पकाएं।
- 15 मिनट बाद आंच बंद करें और मिश्रण के ठंडे होने का इंतजार करें। करीब आधे घंटे में यह ठंडा हो जाएगा। सारी सामग्री एकदम मुलायम हो चुकी होगी। इस वक़्त हाथों से मसलते हुए रीठा वगैरह के सारे बीज निकाल लेने होंगे। मसलने से सारी चीजों का सत्व शैम्पू में गुल जाएगा। रीठा की वजह से पानी में झाग नजर आएंगे। अब यह शैम्पू तैयार हो चुका है।
- इसे एक छलनी की सहायता से छान लें। इससे अवांछित अवशेष निकल जाएगा।
- इसे एक बोतल में डाल लीजिए। चाहें तो आप अपनी शैम्पू की खाली बोतल भी ले सकते हैं। फ़्रिज में रखने से यह एक सप्ताह तक खराब नहीं होगा। हालांकि इसकी शेल्फ लाइफ को बढ़ाने के लिए एसेंशियल आयल का इस्तेमाल करें। आप १५-२० बुंदे की इसमें डालें।
निष्कर्ष:
कोशिश करें इस शैम्पू को उसी दिन बनाए जिस दिन आपको बाल धोने हो। इस्तेमाल करने से पहले बोतल को अच्छे से हिला लें। इसका रंग के फूलों की तरह चटकदार लाल रहेगा। यह 100% प्राकृतिक होने के कारण इसे कोई भी काम ले सकता है। यहाँ तक की बच्चे भी इससे स्नान कर सकते हैं। बालों की चमक बरकरार रखने के लिए और उन्हें बढ़ाने के लिए इसका लगातार इस्तेमाल करें।
खुश रहें, मस्त रहें!
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